भविष्य के मुहाने पर खड़ा है बिहार , वापस मुड़ना घातक होगा
कल मेरा पटना वोट करने वाला है , पहले की तरह पुराने बिजली , सड़क, अपराध कम करने वाले नारे और वायदे नहीं सुनाई दे रहे , क्यूंकि बिहार एनडीए की सरकार में इन सभी समस्याओं से मुक्त हो चुका है . आज के बिहार की नई मांग है , जो सड़क , बिजली , पानी से आगे है , ये 21 वीं सदी की सबसे युवा और जोशीले लोगों का राज्य है जहां का हर युवा कुछ करना चाहता है और आज वो उस परिस्थिति में जहां वो अपने राज्य में रहकर कुछ भी कर सकता है.
आज से एक दशक पूर्व बिहार में रहकर काम करना पिछड़ेपन की निशानी मानी जाती थी , पर अब हर बिहारी शिक्षा लेकर , बाहर देश विदेश में नौकरी व्यापार कर वापस आना चाहता है और हज़ारों आ भी चुके है . गंगा मां हम जैसे लाखो करोड़ों बिहारियों को वापस अपनी गोद में बुलाना चाह रही है. आज का युवा बिहारी पढ़कर अपने जिले में भयमुक्त होकर व्यापार और कार्य कर रहा है .
बैंगलोर और पुणे जैसे शहरों के आईटी कंपनियों को चलाने वाले बिहारी आज वापस आ रहे है , सैकड़ों ऐसे उदाहरण जिलों के शहरों में मिल जाएंगे जो अपनी नौकरी छोड़ कर यहां अपना कुछ करने आ गए है.
एक एकदम नई पीढ़ी वापस किसानी की तरफ आ चुकी है जो नवीन तकनीक का इस्तेमाल कर हर्बल और ऑर्गेनिक खेती में लगी है और अपना व्यापार देश विदेश के कई शहरों में फैला चुकी है , क्यूंकि आज खेतों में वाटर पंप और बिजली की व्यवस्था आ गई है.सड़क गांव के गलियों से होकर खेतों के मुहाने तक पहुंच चुकी है , मंडी या देश विदेश में समान पहुंचना बेहद आसान हो गया है.
इस एनडीए की राज में बिहार किडनैपिंग व्यापार से निकलकर आईटी , मल्टीमीडिया और ई- कॉमर्स का कार्य कर रहा है , पटना और कई शहरों में स्टार्ट – अप दिखने लगे है . राज्य सरकार ने भी इनको बढ़ावा देने के 10 लाख तक लोन बिना ब्याज के दे रही है.
बिहार की चाहत अब ऊंचा उड़ने की है , एनडीए की सरकार ने 15 वर्षो में मजबूत हवाई पट्टी बना दी है.
बिहार रोजगार का हब बनने वाला है , सरकारी नौकरियों के साथ साथ यहां आईटी सेक्टर की सैकड़ों कंपनियां आने को तैयार बैठी है . और ये कार्य एनडीए की सरकार कर सकती है क्यूंकि पहले कर के दिखाया है , 6 लाख से ज़्यादा लोगों को सीधे सरकारी नौकरी , लाखों महिलाओं और पुरुषों को जीविका से जोड़ कर रोजगार दिया , विप्रो और टीसीएस जैसी कंपनियों ने भी अपने केंद्र राज्य में खोल दिए है. सैकड़ों और आईटी कंपनियां आ चुकी है और बहुत आने वाले है. बिहार आईटी हब की राह में बढ़ चुका है , भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में भी इसका वायदा किया है.
पारंपरिक नौकरियों कि भी बाढ़ आने वाली है , शिक्षा और हैल्थ जैसे सेक्टर में लाखों बहालियां होंगी . केंद्र की भाजपा सरकार ने सभी नौकरियों के लिए एक फार्म भरने की नई नीति से लाखों छात्रों का आर्थिक बोझ सीधे कम कर दिया है.
सबसे बड़ी बात बिहार सुख , शांति और समृद्धि की राह पर है , नए सृजन को तैयार . नया बिहार निर्माण हो रहा है , जागरूक युवा बिहारी पीछे क्यों मुड़ कर देखना चाहेगा ?